एंकर की जुबानी 'टेलीविजन के ईद' की कहानी
Tuesday, 15 February 2011
एंकर की जुबानी 'टेलीविजन के ईद' की कहानी: "चांद हर रोज़ निकलता है पर ईद हर रोज़ तो नहीं मनती ... लेकिन टेलीविजन जगत में ईद रोज़ मनती है .. आपने ईद की तैयारी की है या नहीं , आपका मूड ठीक है या नहीं ...लाख परेशानियां हों आपकी जिन्दगी में लेकिन आपको तो मनानी है ईद। आप पूछ रहे हैं कैसे....बताती हूं ...फिज़ा और चांद की कहानी से तो आप वाकिफ ही होंगे ..
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