टेलीविजन के इतिहास की अभूतपूर्व घटना - अम्बिकानंद सहाय, डायरेक्टर, आजाद न्यूज़
Tuesday, 17 February 2009
यह एक अभूतपूर्व घटना थी। पहली बार ऐसा हुआ है जब सारे देश ने साँस रोककर न्यूज़ चैनल्स को देखा. अब यह बात अलग है कि किस चैनल का परफॉर्मेंस सबसे अच्छा रहा. इसमें बहुत सी सब्जेक्टिविटी आती है. किसी को हिन्दी चैनल में कोई खास चैनल पसंद है तो किसी को अंग्रेज़ी का चैनल पसंद है. अगर मेरी मानिए तो तीन दिन तक लगातार टाईम्स नॉव का परफॉर्मेंस सबसे शानदार रहा. ऐसी परिस्थितियों में किसी भी चैनल से संतुलित रिपोर्टिंग की अपेक्षा की जाती है कि वह सेंसिटिव बातों पर नपे-तुले शब्द का इस्तेमाल करें और नाटकीयता से बचे. पुरी ख़बर मीडिया ख़बर.कॉम पर पढ़ें।
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