मीडिया मंत्र का नया अंक : आतंकवादी घटनाओं के सीधे प्रसारण का औचित्य ?
Sunday, 8 February 2009
मीडिया मंत्र का नया अंक : आतंकवादी घटनाओं के सीधे प्रसारण का औचित्य ?
तस्वीर बोले :
मुम्बई आतंकवादी घटना के दौरान चैनलों के लाईव प्रसारण का एक रूपक
मीडिया सर्वे :
आतंकवादी घटनाओं के दौरान लाईव प्रसारण कितना सही - कितना ग़लत ?
आवरण कथा : आतंकवादी घटनाओं के सीधे प्रसारण का औचित्य ?
आमने - सामने :
हिन्दी के न्यूज़ चैनल अपने - आप को असभ्य समाज का हिस्सा मानते हैं : प्रोफ़ेसर असगर वजाहत , वरिष्ठ कथाकार और उपन्यासकार
मीडिया की सीमाएं मीडिया ही तय करेगा : आशुतोष , मैनेजिंग एडिटर , आईबीएन-7
राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए : के.के.कुमार , मुख्य प्रबंध निदेशक , शक्ति टीवी
आलोचना करने की परम्परा बन गई है : सुप्रिया प्रसाद, न्यूज़ डायरेक्टर , न्यूज़ 24
टेलीविजन के इतिहास की अभूतपूर्व घटना : अम्बिकानंद सहाय, डायरेक्टर, आजाद न्यूज़
टेलीविजन पत्रकार बधाई के पात्र हैं : आलोक पुराणिक , पत्रकार और व्यंग्यकार
आतंकवादी के लाईव फोनों का कोई जस्टिफिकेशन सही नही : आनंद प्रधान , मीडिया विश्लेषक और अध्यापक
दो देशों के बीच लड़ाई छिड़ जाए तो क्या उसको भी लाइव दिखायेंगे? : विनोद मेहता, डायरेक्टर, टोटल टीवी
डायरी :
उस रात को कभी भूल नहीं पाउँगा : दीपक चौरसिया, एडिटर (नेशनल न्यूज़) स्टार न्यूज़
लेख :
शैशवकाल की टीवी पत्रकारिता के जिद्दी नौनिहाल : चंदन प्रताप सिंह
एक खौफनाक मंजर में मीडिया : राम प्रकाश द्विवेदी
कवर फायर : मुकेश कुमार चौरसिया
चक्रव्यूह में फंस रहा है देश का पत्रकार : डा. रंज़न जैदी
जब वो स्वर्ग की सीधी दिखाना भूल गए : विनीत कुमार
मीडिया का नया मंत्र आतंकवाद : संजय तिवारी
इंटरव्यू :
अजित अंजुम , प्रबंध निदेशक, बीएजी फिल्म्स
मीडिया उवाच !
तस्वीर बोले :
मुम्बई आतंकवादी घटना के दौरान चैनलों के लाईव प्रसारण का एक रूपक
मीडिया सर्वे :
आतंकवादी घटनाओं के दौरान लाईव प्रसारण कितना सही - कितना ग़लत ?
आवरण कथा : आतंकवादी घटनाओं के सीधे प्रसारण का औचित्य ?
आमने - सामने :
हिन्दी के न्यूज़ चैनल अपने - आप को असभ्य समाज का हिस्सा मानते हैं : प्रोफ़ेसर असगर वजाहत , वरिष्ठ कथाकार और उपन्यासकार
मीडिया की सीमाएं मीडिया ही तय करेगा : आशुतोष , मैनेजिंग एडिटर , आईबीएन-7
राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए : के.के.कुमार , मुख्य प्रबंध निदेशक , शक्ति टीवी
आलोचना करने की परम्परा बन गई है : सुप्रिया प्रसाद, न्यूज़ डायरेक्टर , न्यूज़ 24
टेलीविजन के इतिहास की अभूतपूर्व घटना : अम्बिकानंद सहाय, डायरेक्टर, आजाद न्यूज़
टेलीविजन पत्रकार बधाई के पात्र हैं : आलोक पुराणिक , पत्रकार और व्यंग्यकार
आतंकवादी के लाईव फोनों का कोई जस्टिफिकेशन सही नही : आनंद प्रधान , मीडिया विश्लेषक और अध्यापक
दो देशों के बीच लड़ाई छिड़ जाए तो क्या उसको भी लाइव दिखायेंगे? : विनोद मेहता, डायरेक्टर, टोटल टीवी
डायरी :
उस रात को कभी भूल नहीं पाउँगा : दीपक चौरसिया, एडिटर (नेशनल न्यूज़) स्टार न्यूज़
लेख :
शैशवकाल की टीवी पत्रकारिता के जिद्दी नौनिहाल : चंदन प्रताप सिंह
एक खौफनाक मंजर में मीडिया : राम प्रकाश द्विवेदी
कवर फायर : मुकेश कुमार चौरसिया
चक्रव्यूह में फंस रहा है देश का पत्रकार : डा. रंज़न जैदी
जब वो स्वर्ग की सीधी दिखाना भूल गए : विनीत कुमार
मीडिया का नया मंत्र आतंकवाद : संजय तिवारी
इंटरव्यू :
अजित अंजुम , प्रबंध निदेशक, बीएजी फिल्म्स
मीडिया उवाच !
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