मीडिया उवाच
Saturday, 5 April 2008
समाचार चैनलों और टीवी के मनोरंजन चैनलों और यहाँ तक कि मुम्बइया फिल्मों के बीच का अंतर तेज़ी से खत्म होता जा रहा है। टीवी समाचार चैनलों के मुम्बियाकरण का सीधा असर यह हुआ है कि गंभीर ख़बरों और मुद्दों से परहेज़ किया जाने लगा हैऔर जब उन्हें बुलेटिन में शामिल भी किया जाता है तो सर्कस बनाकर ।
आनंद प्रधान , स्तंभकार और मीडिया विश्लेषक
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