रजत शर्मा की कैसी अदालत, जहाँ हर कोई बरी हो जाता है
Friday, 23 September, 2011
रजत शर्मा की कैसी अदालत, जहाँ हर कोई बरी हो जाता है: रजत शर्मा की कैसी अदालत, जहाँ हर कोई बरी हो जाता है
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एनडीटीवी इंडिया की निधि कुलपति,'इखट्टा' नहीं 'इकट्ठा'
Thursday, 22 September, 2011
एनडीटीवी इंडिया की निधि कुलपति,'इखट्टा' नहीं 'इकट्ठा': एनडीटीवी इंडिया की निधि कुलपति,'इखट्टा' नहीं 'इकट्ठा'
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टेलीविजन की भाषा पर IBN7 के हरीश चंद्र बर्णवाल की किताब
Wednesday, 14 September, 2011
टेलीविजन की भाषा पर IBN7 के हरीश चंद्र बर्णवाल की किताब: टेलीविजन पत्रकारिता की पढ़ाई करने वालों और टीवी के पेशेवर पत्रकारों के लिए एक अच्छी खबर है। बाजार में पहली बार एक ऐसी किताब आई है जिससे इस क्षेत्र के लोगों को सीधे फायदा मिल सकता है। एक ऐसी किताब जिसका सीधा-सीधा सरोकार टेलीविजन पत्रकारिता की भाषा से है। वैसे तो कई टीवी पत्रकारों ने कई किताबें लिखी हैं, लेकिन पहली बार टेलीविजन पत्रकारिता के व्यवहारिक ज्ञान से जुड़ी एक किताब बाजार में आई है। इस किताब का नाम है – टेलीविजन की भाषा। जबकि इसे लिखा है, IBN7 में एसोसिएट एक्जीक्यूटिव पत्रकार के तौर पर काम कर रहे हरीश चंद्र बर्णवाल ने। हरीश चंद्र बर्णवाल की ये दूसरी किताब है।
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स्टार न्यूज़ के परदे पर दिखेंगी अंजना कश्यप, न्यूज़24 को बड़ा झटका
Friday, 9 September, 2011
स्टार न्यूज़ के परदे पर दिखेंगी अंजना कश्यप, न्यूज़24 को बड़ा झटका: स्टार न्यूज़ के परदे पर दिखेंगी अंजना कश्यप, न्यूज़24 को बड़ा झटका
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IBN-7 के आशुतोष के लिए छाता थामे रिपोर्टर प्रभंजन वर्मा
Wednesday, 24 August, 2011
IBN-7 के आशुतोष के लिए छाता थामे रिपोर्टर प्रभंजन वर्मा: - Sent using Google Toolbar
Read more...नीतीश सरकार ‘हिन्दुस्तान’ पटना पर मेहरबान क्यों ?
Tuesday, 23 August, 2011
नीतीश सरकार ‘हिन्दुस्तान’ पटना पर मेहरबान क्यों ?: नीतीश सरकार ‘हिन्दुस्तान’ पटना पर मेहरबान क्यों ?
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विश्व मीडिया में 'अन्ना की आंधी'
Tuesday, 16 August, 2011
विश्व मीडिया में 'अन्ना की आंधी': "- Sent using Google Toolbar"
Read more...मीडिया खबर एक लाख के सुपरहिट क्लब में शामिल
Saturday, 6 August, 2011
मीडिया खबर एक लाख के सुपरहिट क्लब में शामिल: "मीडिया खबर एक लाख के सुपरहिट क्लब में शामिल
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महानिदेशक दूरदर्शन ने पत्रकारों को धमकाया
महानिदेशक दूरदर्शन ने पत्रकारों को धमकाया: "महानिदेशक दूरदर्शन ने पत्रकारों को धमकाया
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न्यूज़ एक्सप्रेस में आज छाया अँधियारा
Friday, 5 August, 2011
न्यूज़ एक्सप्रेस में आज छाया अँधियारा: "न्यूज़ एक्सप्रेस में आज छाया अँधियारा
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अजीत अंजुम का डिमोशन हुआ या प्रोमोशन?
Thursday, 21 July, 2011
अजीत अंजुम का डिमोशन हुआ या प्रोमोशन?: "अजीत अंजुम के लिए यह शायद जश्न का समय हो सकता है. सारे दुश्मन साफ़ और सत्ता उनके हाथ. लम्बे अरसे के बाद उनकी न्यूज़24 या यूँ कहिये कि खबरों की दुनिया में वापसी हुई है.
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'E24' की एंकर ने 'जूम' की एंकरों को भी पीछे छोड़ा
Friday, 8 July, 2011
'E24' की एंकर ने 'जूम' की एंकरों को भी पीछे छोड़ा: "बॉलीवुड न्यूज़ चैनल 'E24' की महिला एंकर आजकल अपने प्रतिद्वंदी चैनल 'जूम' की महिला एंकरों को पछाड़ती नज़र आ रही है. लेकिन खबर के मामले में नहीं. एक्सप्रेशन या स्टाइल के मामले में भी नहीं. बल्कि छोटे - छोटे कपड़ों को पहन एंकरिंग करने के मामले में.
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अनुरंजन झा खुद को उदय शंकर समझने लगे हैं
अनुरंजन झा खुद को उदय शंकर समझने लगे हैं: "अनुरंजन झा खुद को उदय शंकर समझने लगे हैं
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पटना में पी7 के संजीव कुमार की टपोरी पत्रकारिता
Friday, 1 July, 2011
पटना में पी7 के संजीव कुमार की टपोरी पत्रकारिता: "पटना में पी7 के संजीव कुमार की टपोरी पत्रकारिता
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ज़ी यूपी के पत्रकार आत्महत्या कर लेंगे!
Friday, 24 June, 2011
ज़ी यूपी के पत्रकार आत्महत्या कर लेंगे!: "ज़ी यूपी के पत्रकार आत्महत्या कर लेंगे!
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रजत शर्मा के इंडिया टीवी पर हाथियों का हमला
Tuesday, 21 June, 2011
रजत शर्मा के इंडिया टीवी पर हाथियों का हमला: "- Sent using Google Toolbar"
Read more...कांग्रेस पार्टी को आखिर हुआ क्या है ?
Thursday, 9 June, 2011
कांग्रेस पार्टी को आखिर हुआ क्या है ?: "देश जिन हालात से गुजर रहा है उसमें सबसे बड़ा खतरा हमारी संसदीय राजनीति और राजनीतिक दलों को है। उनकी प्रामणिकता को है, विश्वसनीयता को है। लोकतंत्र जनविश्वास पर चलता है, किंतु जब संस्थानों से भरोसा उठ रहा हो और उसे बचाने की कोई सार्थक पहल न हो रही हो, तो क्या कहा जा सकता है। बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के आंदोलनों ने सही मायने में संसदीय राजनीति को पीछे छोड़ दिया है। आम आदमी त्रस्त है ,महंगाई व काला धन के सवाल चौतरफा गूंज रहे हैं। संसदीय व्यवस्था पर अगर सवाल उठ रहे हैं तो उनके उत्तर हमारे पास कहां हैं? राजनीति तो नारों, हुंकारों, बदले की कार्रवाईयों और शातिर चालें चलने में ही लगी हुयी है। कांग्रेस जैसी सत्ता की पार्टी भी इन दिनों जिस तरह की बदहवाशी से गुजर रही, उसे देखकर आश्चर्य होता है।
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